यह कहानी करोड़ो के मालिक डॉन मोंटेरो की है। - कुलदीप सारस्वत (मोटिवेटर)
यह कहानी है डॉन मोंटेरो की ।
जिनके स्पेन में कई सारे आलिशान रेस्टोरेंट मौजूद थे और इन सभी रेस्टोरेंट्स को इन्होने काफी मेहनत से खड़ा किया था लेकिन एक दिन अचानक से ही इनकी जिंदगी में तूफ़ान आ गया और इन्हें यह पता चला की इन्हें कैंसर है और यह लास्ट स्टेज में है यानी अब इनके बचने की कोई उम्मीद नहीं है लेकिन उन्होंने भी यह सोच रखा था की इनके पास जितनी भी बची खुची जिंदगी है यह जरूरतमंदों की सहायता करके,उनके चेहरे पर खुशियां लाएंगे जब ये मरे तो इनको याद करने बाले लोगों की कमी न हो ! हालाँकि डॉन मोंटेरो का स्वभाव काफी दयालु था इसलिए यह कभी भी किसी की मदद करने से पीछे नहीं हटते थे और अब तो इन्होने बेड़ा उठा लिया था कि जो कोई जरूरतमंद मिलेगा ये उनकी सहायता करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे !
इसी वजह से उन्होंने एक भिखारी का रूप धारण करके अपने सभी रेस्टोरेंट्स में जाने का विचार किया ताकि यह देख सके की इनके रेस्टोरेंट में जरूरतमंद लोगों के साथ किस तरह का व्यवहार किया जाता है लेकिन जब ये अपने पहले रेस्टोरेंट पर गए तो वहां पर रेस्टोरेंट के मैनेजर ने इनके साथ जिस तरह का व्यवहार किया उसे देखकर इनकी आँखों में आंसू आ गए ! डॉन बोंटेरो सबसे पहले अपने उस रेस्टोरेंट में गए जो पूरे स्पेन में बहुत प्रसिद्ध था और बाहर से आने वाले लगभग सभी लोग एक न एक बार उस रेस्टोरेंट में खाना जरूर खाते थे ! रेस्टोरेंट के अंदर जाते ही उन्हें बाहर वॉचमेन मिला और उसने इन्हें बाहर से ही जाने को कह दिया लेकिन फिर जब इन्होने वॉचमेन से यह बताया की यह कई दिनों से भूखे है तो उसने रेस्टोरेंट के मैनेजर को बुलाया और मैनेजर ने डॉन मोंटेरो का भिखारी वला हुलिया देखते ही इन्हें रेस्टोरेंट के अंदर कदम रखने से भी मना कर दिया।
मैनेजर ने इनके ऊपर इतना चिल्लाया कि इन्होने सपने में भी नहीं सोचा था कि इनके अपने रेस्टोरेंट में इनके साथ कुछ ऐसा होगा ! हालांकि यह रेस्टोरेंट के मैनेजर को बहुत दिनों से यह बता रहे थे की यह बहुत दिनों से भूखे है इसलिए यह लोग थोड़ा बहुत तो खाने के लिए दे ही दें लेकिन मैनेजर ने इनकी एक भी बात नहीं सुनी और इनसे कहा जाओ पहले घर जाकर नहा लो पहले साफ़ सुथरे बनकर आओ तो तुम्हें रेस्टोरेंट के अंदर कदम रखने देंगे लेकिन तब भी तुम यहाँ दूर से लोगों को खाते हुए ही देख पाओगे क्योंकि तुम्हारी ऐसी औकात नहीं है कि तुम इस बड़े रेस्टोरेंट में बैठ कर खाओ इस बात को सुनकर तो जैसे डॉन मोंटेरो के पैरों तले जमीन खिसक गई क्योंकि इन्होने कभी यह नहीं सोचा था की वे कभी ऐसी परिस्थिति से गुजरेंगे !
इन्होने हमेशा ही अपने कर्मचारियों को यह सिखाया है कि कैसे जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए लेकिन आज इन्हें असली सच्चाई दिख गई थी यहाँ तक के कि यह रेस्टोरेंट के बाहर खड़े होकर थोड़ी देर इन्तजार भी करने लगे शायद कोई दूसरा इम्प्लॉई आकर इन्हें खाना ऑफर कर दे ! पर कोई भी इनकी तरफ ध्यान नहीं दे रहा था जहाँ एक तरफ यह जरूरतमंद लोगों की मदद करने की सोच रहे थे तो वहीँ दूसरी तरफ इनके खुद के होटल के स्टाफ मेंबर इस तरह के लोगों को बेईज्जत करने में लगे थे
इस चीज को देखकर इनकी आँखों से आंसू छलक आए और फिर निराश होकर यह फिर अपने दूसरे रेस्टोरेंट में गए जोकि एक लग्जुरियस पार्क में बना था इन्होने जैसे ही रेस्टोरेंट के अंदर कदम रखा वेटर ने तुरंत मैनेजर को बुला दिया इस मैनेजर से भी डॉन मोंटेरो ने यही बताया कि ये काफी दिनों से भूखे है इन्हें कुछ खाने को दे दें और यहाँ भी मैनेजर ने इन्हें डाँटकर भगा दिया !
यह कह कर की तुम यहाँ की टॉफी खाने के लायक भी नहीं हो जाओ अपने लायक जगह ढूंढकर वहां खाना मांगों !थोड़ी देर तक तो यह उस रेस्टोरेंट के बाहर खड़े रहे और उतने में रेस्टोरेंट का शैफ आकर इनके ऊपर चिल्लाते हुए बोलने लगा की यहीं खड़े रहो जब सब लोग चले जाएंगे तो मैं तुम्हें कल का खाना दे दूंगा और वो तुम्हारी जिंदगी का सबसे स्वादिष्ट खाना होगा ! खाना बनाने बाले शैफ की इस बात को सुनकर तो डॉन मोंटेरों समझ गए कि यहाँ भी जरूरतमंद की इज्जत करने बाला कोई नहीं है !
अब डॉन मोंटेरो अपने अगले रेस्टोरेंट में गए वहां पर इन्होने जो सुना वो तो इसके लिए सबसे ज्यादा दर्दनाक था क्योंकि यह वो रेस्टोरेंट था जो इनका सबसे पुराना रेस्टोरेंट था इसी से इन्होने अपने कॅरियर की शुरुआत की थी इसे संभालने बाला कोई और नहीं बल्कि इनका सबसे पुराना असिस्टेंट था जिसे इनका राइट हैंड भी कह सकते है इसलिए यह रेस्टोरेंट के अंदर गए तो मैनेजर की जगह इनका राइट हैंड रूसियो आया जब इन्होने उससे खाना माँगा तो उसने कहा मैं तुमसे शराफत से कह रहा हूँ यहाँ से चले जाओ वरना मुझे सिक्योरिटी बुलानी पड़ेगी इसके जबाब में डॉन मोंटेरो कहते है की मुझे तो बस बचा हुआ ही दे दो मैं उसे खाकर ही खुश हो जाऊँगा क्योंकि हर कोई मुझे कुत्ते बिल्ले की तरह भगा रहा है और उतने में रूसियो बोल पड़ा तुम जिस तरह दिखोगे लोग तुम्हें उसी तरह ट्रीट करेंगे !
मैंने इस रेस्टोरेंट की चैन को खड़ा करने के लिए बहुत मेहनत की है अगर मैं न होता तो सारे रेस्टोरेंट बिक गए होते क्योंकि इसका जो मालिक है वो लोगों की मदद करते करते कंगाल हो गया होता मैं तो दुआ करता हूँ की कब इस रेस्टोरेंट का मालिक मोंटेरो मर जाए और यह पूरा बिजनस मेरा हो जाए ! अपने सबसे खास वर्कर जिसे डॉन अपना छोटा भाई मानते थे वो इनके बारे में इस तरह के ख्याल रखता था इसे सुनकर इन्हें बहुत धक्का लगा और यह सोचने लगे की मैंने कहाँ कमी छोड़ दी की मेरे ही लोग मेरी सिखाई हुई चीज को इतना गलत तरीके से ले रहे है क्योंकि मैंने तो हमेशा इन्हें लोगों की मदद करना सिखाया है
लेकिन यहाँ तो सब उल्टा हो गया और यह चीज सोचते सोचते यह अपने जितने भी रेस्टोरेंट में गए वहां इन्हें इसी तरह की बेज्जती और निराशा ही मिली अब केवल एक ही रेस्टोरेंटबाकी रह गया था जहाँ पर यह नहीं गए थे इन्हें उम्मीद थी की यहाँ पर इनके साथ ऐसा ही होगा क्योंकि जब भाई जैसे रोसिया इनकी पीठ पर छुरा भोंक सकता है अब कौन है जो इनकी मदद करेगा ?
उनका यह आखिरी रेस्टोरेंट शहर के बिलकुल किनारे प्रकृतिक ख़ूबसूरती के बीच में बना था इसलिए यहाँ पर लोगों की खूब सारी भीड़ लगती थी ऐसे में जब ये अपने रेस्टोरेंट के अंदर गए तो भिखारी का हुलिया देख कर वॉचमेन ने रेस्टोरेंट के मैनेजर को बुलाया और मैनेजर ने जब बोलना शुरू किया तो डॉन मोंटेरो के चेहरे पर एक अलग ही सुकून आ गया क्योंकि इस मैनेजर ने इनसे बहुत ही प्यार से बात की और बोले आप बस थोड़ी देर बाहर इन्तजार कीजिये जैसे ही कोई सीट खाली होती है हम आपको तुरंत बुलाएंगे !
हालाँकि इस बात पर डॉन को भरोसा नहीं हुआ लेकिन यह इस चीज से खुश थे की इस मैनेजर ने इन्हें बेईज्जत नहीं किया लेकिन असली चमत्कार तो तब हुआ जब बाहर इन्हें लेने के लिए रेस्टोरेंट का मैनेजर खुद आया और वो इन्हें एक ऐसे टेबल पर ले गया जहाँ पर खाने की तमाम चीजें पड़ी थी और जब डॉन टेबल पर बैठकर खाने लगे तभी उस रेस्टोरेंट का मैनेजर आया जिसका नाम मैटयो था और मैटयो ने डॉन मोंटेरो को अपनी कहानी बतानी शुरू की कि कैसे यह एक बिजनेस मैन हुआ करते थे
लेकिन कार एक्सीडेंट में अपनी बीबी की जान बचाने के लिए इन्होने अपना सब कुछ बेच दिया फिर भी इनकी बीबी बच नहीं पाई शादी के दो महीने के अंदर ही अपनी बीबी से बिछड़ जाने की बजह से यह खूब सारी शराब पीने लगे इनकी हालत भी किसी भिखारी से कम नहीं थी तभी मैटयो ने बताया कि एक दिन वो इसी रेस्टोरेंट में खाना मांगने आए थे तब न सिर्फ इन्हें इस रेस्टोरेंट के मालिक डॉन मोंटेरो ने खाना दिया बल्कि अगले दिन इसी रेस्टोरेंट में नौकरी पर रख लिया और आज यह इस रेस्टोरेंट के मैनेजर है!
इतना कुछ बताने के बाबजूद अभी तक मैटयो को यह पता नहीं चला की जिसे भिखारी समझकर अपनी कहानी सुना रहे है वो असल में भिखारी नहीं वो असल में इन्हें नौकरी पर रखने वाला मालिक ही है लेकिन डॉन मोंटेरो इन सभी चीजों को देखकर खुश हो गए और इन्होने अगले दिन जितने भी रेस्टोरेंट थे उन सभी के स्टाफ मेंबर को बुलाकर एक मीटिंग रखी और उस मीटिंग में यह अपना भिखारी वाला हुलिया बनाकर गए डॉन मोंटेरो को देखकर वे सभी स्टाफ मेंबर मुँह बनाने लगे लेकिन उन्हीं के सामने इन्होने अपना मेकअप उतारा और सबके सामने ऐलान किया की आज मैं सबको नौकरी से निकालता हूँ
और मेरे सभी रेस्टोरेंट के मैनेजर मैटयो वाले स्टाफ मेंबर होंगे और सभी रेस्टोरेंट के लिए नए स्टाफ को काम पर रखेंगे क्योंकि मैं अपनी जिंदगी के अंतिम समय में लोगों की दुआएं लेकर मरना चाहता हूँ और अगर मेरे ही रेस्टोरेंट में इस तरह का काम होगा तो भला मैं कैसे खुश रह सकता हूँ !
कुलदीप सारस्वत (मनोवैज्ञानिक लेखक) 8433288661
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