इन 5 नियमों को अपनाएं, सफलता आपके कदम चूमेगी- कुलदीप सारस्वत (मनोविज्ञान लेखक/मोटिवेटर) 8433288661


 

इन 5  नियमों को अपनाएं, सफलता आपके कदम चूमेगी

सफल होने के कर्इ रास्ते हैं. निर्भर यह करता है कि आप किस रास्ते को चुनते हैं. इसमें यह बात भी मायने रखती है कि वह रास्ता आपके लिए कितना उपयुक्त है. लेकिन, सफल लोगों में एक बात समान होती है. वे कुछ खास आदतें विकसित कर लेते हैं, जिन्हें हर रोज दोहराते हैं. फिर परिस्थितियां कुछ भी हों. ये आदतें आपके लिए सफलता के दरवाजे खोल देती हैं. हम सफलता के लिए 5 नियम आपको बताने जा रहे हैं.

1.          मानसिक ऊर्जा बढ़ाएं
क्या आपके पास असीमित इच्छाशक्ति या मानसिक ऊर्जा नहीं है? क्या कम समय में ज्यादा फैसले लेने से आपकी निर्णय लेने की क्षमता घट जाती है? आपने स्टीव जॉब्स को देखा होगा. वह रोजाना गोल गले की टी-शर्ट और नीली जीन्स पहना करते थे. इस प्रकार महत्वपूर्ण चीजों के लिए वह ऊर्जा बचा लेते थे. छोटे सकारात्मक लक्ष्य बनाएं. छोटे छोटे लक्ष्यों से आप बड़े लक्ष्यों की प्राप्ति कर सकते है इन सभी छोटे छोटे लक्ष्यों पर एक महीने तक चलें. इन्हें अपनी आदत में शुमार होने दें. किसी एक बड़ी सफलता से ज्यादा अधिक मानसिक बल छोटी-छोटी कई सफलताओं से मिलता है.

2 . अच्छा व्यवहार जरूरी
अच्छा व्यवहार बीमा पॉलिसी की तरह होता है. यह आपको करियर में आगे बढ़ाता है और किसी संस्थान में बनाए रखने में मदद करता है. किसी संस्थान के लिए अगर आप खासा अहमियत रखते हैं तो आपके काफी नाज-नखरे उठाए जाते हैं. आपका व्यवहार ही आपको दूसरे लोगों से जोड़ता है यदि आप दूसरों के साथ  गलत तरीके से पेश आते है तो भी आपकी गलती को नजरअंदाज किया जाता है. लेकिन, यह तभी तक होता है जब तक कोर्इ और बेहतर व्यक्ति आप की जगह लेने के लिए तैयार नहीं हो जाता है. अगर वह व्यवहार कुशल है तो जल्दी ही आप की जगह चली जाती है.

3. सवाल पूछने में न हिचकिचाएं
दूसरों के साथ बातचीत करने में झिझक होती है तो इस पर काम करें. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कम बोलते हैं या बहुत बातूनी हैं. जब आप कोर्इ बात नहीं समझ पाते हैं तो सवाल जरूर करें. मार्गदर्शन के लिए अपने मैनेजर का धन्यवाद करना नहीं भूलें. अपने काम को बेचने का हुनर आपको आना चाहिए. जब कोई आपसे बात करे तो उसकी बात धैर्यपूर्वक सुननी चाहिए.

4 . तय वक्त से 15 मिनट पहले पहुंचें
आफिस में काम पर या मीटिंग में 15 मिनट पहले पहुंचने का अभ्यास करें. यह न केवल अचानक आने वाली स्थितियों से निपटने में आपकी मदद करता है, बल्कि आपके दिमाग को सही दिशा में भी रखता है. ये 15 मिनट जादू की छड़ी से कम नहीं होते हैं. इसकी मदद से आप दूसरों पर शानदार प्रभाव डाल पाते हैं.

5. अपनी जरूरतों को प्राथमिकता दें
आप सबसे पहले अपनी जिम्मेदारी हैं. जिम्मेदारी कंधों पर होने पर आप खुद कार्यों की प्राथमिकता समझने लगेंगे इसलिए अपने भविष्य को देखते हुए अपनी जरूरतों को प्राथमिकता दें. उन कार्यों को परिभाषित करें जिन्हें आपको करना है. इन्हें रोजाना की आदत में शुमार करें. एक बार जब आप अपनी मदद करने की जिम्मेदारी ले लेते हैं, तो दूसरों के लिए भी

 हमे अपने विचार व सुझाव कमेन्ट वोक्स मे अवश्य दीजिए आपका स्नेह ही हमे ऊर्जा प्रदान करता है। 

कुलदीप सारस्वत (मनोविज्ञान लेखक/मोटिवेटर)

8433288661  

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